PM Kisan 20th Installment Date 2025 : प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की अगली किस्त का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। सरकार किसी भी वक्त 20वीं किस्त जारी कर सकती है। लेकिन अगर आपने ई-केवाईसी, भूमि सत्यापन और बैंक डिटेल अपडेट नहीं किए हैं, तो ₹2000 की रकम लटक सकती है। तुरंत चेक करें!

अब नहीं मिलेगा पैसा? इन किसानों की किस्त हो सकती है रिजेक्ट, जानिए वजह
PM Kisan e-KYC requirement : किसानों की चिंताएं सबसे प्रमुख हैं कि किस्त पाने के लिए e‑KYC और Aadhaar‑bank link प्रक्रियाएँ पूरी हों; यदि ये पूरे नहीं हुए तो भुगतान रोक दिया जाएगा
गर आप एक किसान हैं और 20वीं किस्त का इंतज़ार कर रहे हैं, तो e‑KYC और बैंक‑Aadhaar लिंक समय पर पूरा कर लेना सबसे महत्वपूर्ण है। साथ ही, अपने से जुड़ी बहुत सी जानकारी जैसे स्टेटस, राशि और डेट, ऑनलाइन पोर्टल पर चेक करते रहें।
इस दिन आ सकती है अगली किस्त
अगर मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त 20 जून 2025 को लाभार्थियों के खातों में भेजी जा सकती है। हालांकि सरकार की ओर से अभी आधिकारिक तारीख की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन संबंधित पोर्टल और पिछले रिकॉर्ड्स को देखते हुए इसी दिन पैसे आने की संभावना जताई जा रही है। इसलिए लाभार्थी समय रहते जरूरी दस्तावेज और ई-केवाईसी जैसी प्रक्रिया पूरी कर लें।
आप चाहते हैं कि आपकी किस्त न रुके, तो PM Kisan e-KYC requirement”
किसानों की चिंताएं सबसे प्रमुख हैं कि किस्त पाने के लिए e‑KYC
कैसे करें e-KYC?
- 👉 pmkisan.gov.in पर जाएं
- “e-KYC” ऑप्शन पर क्लिक करें
- आधार नंबर दर्ज करें और OTP से वेरीफाई करें
💡 CSC सेंटर से भी e-KYC करवाया जा सकता है।
PM किसान लाभार्थी स्टेटस कैसे चेक करें?
आप अपना PM किसान स्टेटस घर बैठे ऑनलाइन चेक कर सकते हैं:
✔️ स्टेप्स:
- 👉 वेबसाइट खोलें: pmkisan.gov.in
- मेनू में जाएं और “Beneficiary Status” पर क्लिक करें
- अपना मोबाइल नंबर या रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करें
- कैप्चा कोड डालें और “Get Data” पर क्लिक करें

I’m Akshay Sakrate, a blogger with 3+ years of experience covering government schemes, women empowerment, and rural development. I aim to provide clear and reliable information to help people access the benefits they deserve. I simplify complex schemes into easy-to-follow guides, making government services more accessible to all.